जय मां राजराजेश्वरी आज हम बात करेंगे जब शनि-मंगल राहु हो अशुभ, तो अवश्य पढ़ें भैरव मंन्त्र एवम् व्यापार/नौकरी /रोजगार एवं कार्य क्षेत्र में सफलता के कुछ अचूक उपाय / टोटके
श्री भैरव से काल भी भयभीत रहता है अत: उनका एक रूप 'काल भैरव' के नाम से विख्यात हैं। दुष्टों का दमन करने के कारण इन्हें 'आमर्दक' कहा गया है। शिवजी ने भैरव को काशी के कोतवाल पद पर प्रतिष्ठित किया है।
जिन व्यक्तियों की जन्मकुंडली में शनि, मंगल, राहु आदि पाप ग्रह अशुभ फलदायक हों, नीचगत अथवा शत्रु क्षेत्रीय हों। शनि की साढ़े-साती या ढैय्या से पीडित हों, तो वे व्यक्ति भैरव अष्टमी अथवा किसी माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी से प्रारंभ कर बटुक भैरव मूल मंत्र की एक माला (108 बार) का जाप प्रतिदिन रूद्राक्ष की माला से 40 दिन तक करें, अवश्य ही शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
मंत्र :
'ॐ ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरूकुरू बटुकाय ह्रीं।'
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1. होली के पर्व पर एक नए लाल कपडे में लाल गुलाल को बांधकर ( पोटली बना कर ) किसी तश्तरी में अपनी दुकान या घर की तिजोरी में स्थापित करने पर व्यक्ति को जीवन में अपने कार्यों में लगातार लाभ की प्राप्ति होती है , धन का आना लगातार बना रहता है ।
2. प्रत्येक शुक्रवार को लक्ष्मी नारायण मंदिर में या पारद लछ्मी की प्रतिमा मे गुड चना का भोग लगा के बाँटने और माँ लक्ष्मी की मूर्ति पर सुंगधित धूप अगरबत्ती को जलाने और उन्हें चडाने से व्यक्ति को जीवन भर अपने कार्य क्षेत्र में लाभ की प्राप्ति होती रहती है ।
3. जब भी आप अपने कार्य क्षेत्र में जाये तो अपने इष्ट देव को ध्यान करके सुगन्धित इत्र लगाकर ही घर से जाये ।
4. कपूर और रोली जलाकर उसकी राख को पुडिया बनाकर अपने घर या दुकान के धन स्थान में रखें तो निश्चित ही लाभ बना रहेगा ।
5. अपने व्यापार स्थल ,यदि नौकरी करते है तो अपने ऑफिस या आप किसी भी कार्य क्षेत्र से जिससे आप सम्बन्ध रखते है पर जाने पर एवं लौटने पर उसके द्वार की जमीन को दाहिने हाथ से छूकर अपने माथे पर अवश्य लगायें और अपने इष्ट देव का ध्यान करें इससे आपका भाग्य आप पर प्रसन्न है ,अपने कार्य क्षेत्र के प्रति अपने हर्दय में श्रद्धा एवं सम्मान रखने से ईश्वर की सदा आप पर कृपा बनी रहती है आप को हमेशा अपने कार्यों में सफलता एवं मान सम्मान की प्राप्ति होती है .( इसकी चिंता कभी भी न करें की आपके सहयोगी /साथी /कर्मचारी / अधिकारी या अन्य कोई भी आपके इस व्यव्हार के बारे में क्या सोचेगा या आपका उपहास होगा । )
6. यदि आपको अपने व्यापार ,नौकरी ,कार्य क्षेत्र में लगातार धन हानि होने लगे , आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हो लोग आपसे रुष्ट होते है तो आप अपने कार्यस्थल या अपने निवास स्थान में झाड़ू को किसी ऐसे स्थान में रखे की किसी भी बाहर वाले की सीधी निगाह उस पर न पड़े ,
किसी भी सहायता के लिये सम्पर्क करे ,पारद शिवलिगं,श्रीयन्त्र उपलब्ध है
पंडित विश्वनाथ त्रिपाठी
उपाध्यक्ष
वशिष्ठ ज्योतिष एवं वैदिक अनुष्ठान संस्थान जयपुर एवं हैदराबाद
ह्वाटसएप नबंर 7877457465 /मोबइल नबंर 9348871117