जय मां राजराजेश्वरी आज हम बात करेंगे विद्यार्थियों के लिये विद्या प्राप्ति के विलक्षण उपाय(टोटके)
• पूर्व की तरफ सिर करके सोने से विद्या की प्राप्ति होती है।
• विद्वानो के मत से विद्या प्राप्ति हेतु ४ मुखी एवं ६ मुखी रूद्राक्ष लाल धागे मे धारण करने से व्यक्ति की बुद्धि तीव्र ओर कुशाग्र एवं विद्या, ज्ञान, उत्तम वाणी की प्राप्त होकर जीवन मे रचनात्मकता आति है
• पढाई मेज पर स्फटिक का श्री यंत्र स्थापीत करने से स्मरण शक्ति तीव्रे होती हैं एवं खराब विचार दूर होकर उत्तम प्रकार की चिंताधारा उत्पन्न होती हैं, एवं मां सरस्वती और लक्ष्मी का आशिर्वाद सदैव बना रेहता हैं।
• अपने पूजा स्थान पर सरस्वती यंत्र स्थापीत कर प्रति दिन धूप- दीप करने से मां सरस्वती का आशिर्वाद एवं कृपा सदैव बनी रेहती हैं।
• पढाई करते समय पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख कर कर पढाई करें।
• पढाई करते समय स्फेद या हलके रंग के कपडो का चुनाव करे
• पढाई की किताब में मौली का टुकडा रखने से ज्ञान एवं विद्या की प्राप्ती होती है
• किताब में मोर के पंख रखने से लाभ होता हैं।
• ज्ञान मुद्रा का प्रति-दिन मात्र ५ मिनिट प्रयोग करने से स्मरण शक्ति बढती है
• पढाई करने वाली मेज(टेबल) पर शीशा नहीं रखना चहीये। शीशा रखने से मानसिक स्थिरता नहीआती
• पढाई के समय अपने पीछे खाली जगा न रखे अर्थात ठोस दीवार की और पीठ कर के पढाई करे
• अपनी बायीं (राईट हेंड) और पानी से भरा ग्लास रखें
• मेज(टेबल) पर यथा संभव कम सामग्री रखे उस्से एकाग्रता आती है
• मेज(टेबल) को दीवार से थोडा दूर रखे सटाकर नही
• रात को सोने से पूर्व चांदी के ग्लास मे पानी भरकर रखे
• भोजन करते समय चांदी के बरतनो का उपयोग करे
• बच्चो को सोमवार का व्रत कर शिव मंदिर में पुजा करे
• बुध कि होरा विद्या-बुद्धि अर्थात पढाई के विषय मे चिन्तन करे
• प्रतिदिन सूर्यनमस्कार करे और सूर्य को अर्घ्य दे
अन्य अचूक प्रभावशाली उपाय
• बुधवार के दिन मंत्र सिद्ध पूर्ण प्राण प्रतिष्ठित एवं पूर्ण चैतन्य युक्त सरस्वती कवच को धारण करें।
• मंत्र सिद्ध पूर्ण प्राण प्रतिष्ठित एवं पूर्ण चैतन्य युक्त चार और छः मुखी रुद्राक्ष धारण करने से भी स्मरण शक्ति बढती हैं।
• शुद्ध पन्ने (Emrald) रत्न को अभिमंत्रीत कर धारण करने से लाभ होता हैं।
• अपनी पूजन स्थान में या पढाई करने वाले स्थान या रुम में मंत्र सिद्ध पूर्ण प्राण प्रतिष्ठित एवं पूर्ण चैतन्य युक्त सरस्वती यंत्र स्थापीत करने से लाभ प्राप्त होता हैं।
• हरे मरगच या हकीक की माला अपने पास रखे
• परीक्षा में उत्तीर्ण होने हेतु लाल रंग की कलम (पैन) लें.
• मन कि एकाग्रता हेतु प्रतिदिन प्राणायाम करें। विद्यारंभ करने से पूर भी प्राणायाम करना लाभ प्रद होता हैं। प्राणायाम से शरीर में शक्ति का संचार होता हैं और स्फूर्ति उत्पन्न होती हैं।
सोने से पूर्व सरस्वती मंत्र का जप करे एवं सोते समय भी सरस्वती मंत्र का जप करते रहें।
परिक्षा के लिये प्रस्थान करेने से पूर्व गणेश जी के निम्न मंत्र का ध्यानपूर्वक जप करके घर से बाहर निकले करें।
ॐ वक्रतुंड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभः।
निर्विघ्नम्कुरु मे देव सर्व कार्येषु सर्वदा॥
प्रश्न पत्र पर पर कुछ भी लिखने से पूर्व उपर छोटे अक्षरो में ॐ गं गणपतये नमः लिखे {इन उपायो को करने के साथ पढाई मे भी ध्यान दे}
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पंडित विश्वनाथ त्रिपाठी उपाध्यछ
वशिष्ठ ज्योतिष एवं वैदिक अनुष्ठान संस्थान
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